Weather Update : तेजी से आगे बढ़ रहा दक्षिण पश्चिम मानसून मुंबई में रूक गया है। अब 10 जून तक यहां बारिश की संभावना बहुत कम है। असम समेत 6 पूर्वोत्तर में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ एवं भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 36 पहुंच गई है। असम में बाढ़ से 5.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
पूर्वोत्तर क्षेत्र में बाढ़ और भूस्खलन के कारण असम में सबसे अधिक 11 लोगों की जान गई है, इसके बाद अरुणाचल प्रदेश में 10, मेघालय में 6, मिजोरम में 5, सिक्किम में 3 और त्रिपुरा में एक व्यक्ति की मौत हुई है। असम में 22 जिलों में बाढ़ से 5.35 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है, जबकि 15 नदियां उफान पर हैं। जबकि सिक्किम के छतेन में एक सैन्य शिविर के भूस्खलन की चपेट में आने की वजह से 3 सैन्यकर्मियों की मौत हो गई तथा 6 सैनिक लापता हैं।
दिल्ली में आंधी-तूफान की आशंका : आईएमडी ने दिल्ली के लिए मंगलवार को येलो अलर्ट जारी कर क्षेत्र में आंधी, बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी है। दिल्ली में हल्की बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है। राष्ट्रीय राजधानी में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान है, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। मौसम विभाग ने स्पष्ट रूप से कहा है कि गर्मी बढ़ने के बावजूद अगले सात दिन लू चलने की आशंका नहीं है।
हिमाचल के कई जिलो में ऑरेंज अलर्ट : गरज के साथ बारिश, बिजली चमकने और तेज हवाओं के पूर्वानुमान के चलते मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के 5 जिलों के लिए अगले 2 दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को बिलासपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में अलग-अलग स्थानों पर तथा बुधवार को चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में विभिन्न स्थानों पर गरज के साथ बारिश, बिजली चमकने और 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
आंध्र में कैसा रहेगा मौसम : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 2 से 4 जून तक आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है। आईएमडी ने कहा कि 5 और 6 जून को राहत मिलने से पहले गर्म और आर्द्र मौसम की स्थिति बनी रहेगी। एनसीएपी, यानम, एससीएपी और रायलसीमा में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
केरल में बिजली का बुनियादी ढांचा प्रभावित : मानसून के कारण पिछले सप्ताह केरल में हुई भारी बारिश और तेज हवाओं से राज्य के बिजली आपूर्ति ढांचे को व्यापक नुकसान पहुंचा है। केरल राज्य विद्युत बोर्ड (KSEB) के अनुसार, उच्च वोल्टेज पारेषण वाले 3,153 खंभे और निम्न वोल्टेज पारेषण वाले 23,339 खंभे क्षतिग्रस्त हुए हैं। बोर्ड के अनुसार, उच्च वोल्टेज वाली 2,826 और निम्न वोल्टेज वाली 61,637 तारें भी क्षतिग्रस्त हुईं हैं। इस नुकसान के कारण 81.99 लाख से अधिक उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बाधित हुई।