नई दिल्ली। उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले एक पश्चिमी विक्षोभ के चलते राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में मौसम ने फिर करवट ली। कई राज्यों में बारिश की संभावना है। हालांकि पश्चिमी राजस्थान, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में लू की स्थिति संभव है।
मौसम एजेंसी स्कायमेट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है। गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, केरल, आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। विदर्भ और मध्य प्रदेश में भी बारिश संभव है।
मौसम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार सोमवार को पिलानी 45.4 डिग्री सेल्सियस के साथ राजस्थान का सबसे अधिक गर्म स्थान रहा, यहां रविवार के मुकाबले तापमान में मामूली गिरावट के बावजूद तापमान सामान्य से 5.5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया व दिन में लू का प्रकोप बना रहा।
प्रदेश में नए पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव आगामी तीन दिनों तक रहेगा। बीकानेर, जोधपुर व जयपुर संभाग के जिलों में अगले 48 घंटों के दौरान तेज सतही धूलभरी हवाएं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलने की प्रबल संभावना है।
पश्चिमी मध्यप्रदेश को गर्मी से राहत नहीं : उत्तर पश्चिमी हवाएं लगातार पश्चिमी मध्यप्रदेश में सक्रिय रहेगी, इस वजह से इस क्षेत्र के शहरों में पूरे हफ्ते गर्मी से राहत नहीं मिलेगी। ग्वालियर, गुना, शिवपूरी, भोपाल, खंडवा, खरगोन में मौसम गर्म रहेगा। मंडला, बालाघाट, सिवनी, उमरिया में धूल भरी आंधी चल सकती है। कहीं कहीं बूंदा बांदी भी हो सकती है।