यूक्रेनी नेशनल गार्ड ब्रिगेड के कमांडर डेनेस शलेगा ने रविवार को टेलीविजन पर दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि एजोव्स्ताल इस्पात मिल से आम नागरिकों को पूरी तरह से निकालने के लिए अभी कम से कम एक बार और अभियान चलाना होगा। इस्पात संयंत्र के नीचे बंकरों में बड़ी संख्या में व्यस्कों के अलावा कई छोटे बच्चे छिपे हैं।
उन्होंने बताया कि एक अनुमान के अनुसार संयंत्र में अब भी सैकड़ों आम नागरिक तथा करीब 500 घायल सैनिक फंसे हुए हैं और बड़ी संख्या में शव वहां पड़े हुए हैं। मारियुपोल का सिर्फ यही एक हिस्सा है, जिस पर रूसी सैनिक कब्जा नहीं कर पाए हैं।