weather update : भारत के पूर्वी हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने से बिहार में कई स्थानों पर विभिन्न नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है और असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। यहां बाढ़ से 30 जिलों के 24.5 लाख लोग प्रभावित हैं।
वहीं उत्तर प्रदेश में शनिवार शाम 6:30 बजे तक 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई और जम्मू में रातभर हुई भारी बारिश के कारण 30 वर्षीय एक महिला की डूबने से मौत हो गई।
असम के 30 जिलों में 24.5 लाख प्रभावित : असम बाढ़ से जूझ रहा है और राज्य के 30 जिलों में 24.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। कई स्थानों पर प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
कछार, कामरूप, धुबरी, नगांव, गोलपाड़ा, बारपेटा, डिब्रूगढ़, बोंगाईगांव, लखीमपुर, जोरहाट, कोकराझार, करीमगंज और तिनसुकिया प्रभावित जिलों में शामिल हैं। ब्रह्मपुत्र नदी निमाटीघाट, गुवाहाटी, ग्वालपाड़ा और धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बराक नदी और इसकी सहायक नदियां भी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से बात की और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल प्रभावित लोगों को बचाने तथा राहत प्रदान करने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
बिहार में उफान पर नदियां : राज्य के कुछ जिलों में लगातार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं। पानी का बहाव बढ़ने से कई बांधों में पानी का स्तर भी बढ़ गया है। इसके अलावा नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण भी कई जगहों पर नदियां खतरे के स्तर को छू रही हैं या उससे ऊपर बह रही हैं। पूर्वी और पश्चिमी चंपारण जिलों के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
कोसी नदी सुपौल और उसके आसपास के क्षेत्र बसंतपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि शुक्रवार को खगड़िया और बेलदौर में यह चेतावनी के स्तर को छू गई। मधुबनी, जयनगर और झंझारपुर में कमला नदी चेतावनी स्तर को छू गई है। खगड़िया और बेलदौर में कोसी नदी खतरे के निशान के करीब है। गोपालगंज और सिधवलिया इलाके में गंडक नदी खतरे के निशान को पार कर गई है।
यूपी में बारिश का कहर : उत्तर प्रदेश में भारी बारिश के कारण 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 13 लोगों की मौत हो गई। ये मौतें फतेहपुर, रायबरेली, मैनपुरी, बुलंदशहर, कन्नौज, कौशांबी, फिरोजाबाद, प्रतापगढ़ और उन्नाव में हुईं।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में औसतन 18.3 मिलीमीटर बारिश हुई। पचहत्तर जिलों में से 45 में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई। श्रावस्ती में सबसे अधिक 65.5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
हिमाचल में भारी बारिश, 150 सड़कें बंद : वहीं हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई है जिसमें कांगड़ा का धर्मशाला और पालमपुर शामिल है, जहां 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई। आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार भारी बारिश के कारण 150 सड़कें अवरुद्ध हो गईं हैं। इनमें मंडी की 111, सिरमौर की 13, शिमला की नौ, चंबा और कुल्लू की आठ-आठ और कांगड़ा जिले की एक सड़क है। इसमें कहा गया है कि 334 ट्रांसफार्मर बाधित हुए और 55 जलापूर्ति योजनाएं प्रभावित हुईं हैं।
शिमला में मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी देते हुए 'येलो' अलर्ट जारी किया है।
वहीं मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में बारां जिले के शाहाबाद में 24 घंटे की अवधि में 195 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि राज्य में भारी बारिश जारी है। जयपुर, बूंदी, कोटा, टोंक और बारां जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों समेत कई इलाकों में भारी बारिश और बाढ़ के बावजूद राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र (केएसएनडीएमसी) की होबलीवार वर्षा रिपोर्ट के मुताबिक कई क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई है। कर्नाटक में होबली एक साथ प्रशासित समीपवर्ती गांवों के समूह को कहा जाता है। इस बीच भारत मौसम विभाग ने कहा है कि तटीय कर्नाटक में पिछले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। (भाषा)