महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में भारी बारिश से हाहाकार, 80 लोगों की मौत
शुक्रवार, 9 अगस्त 2019 (07:35 IST)
नई दिल्ली। महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में बाढ़ से हालत गंभीर बने हुए हैं। भारी बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है और गुरुवार को वर्षा जनित हादसों में 80 लोगों की मौत होने की खबरे हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और केरल में अगले दो दिन में भीषण बारिश होने का अनुमान है।
केरल में वायनाड के पुटुमाला इलाके में गुरुवार शाम को आए भूस्खलन के चलते मलबे के निचे दब जाने और पानी के तेज बहाव में बहा जाने से करीब 25 लोगों की मौत हो गई। केरल मेें बारिश की वजह से अब तक 42 लोगों की मौत हो गई।
भारी बारिश की वजह से कल्लाप्पादम मार्ग पूरी तरह से जलमग्न हो गया है जिसके कारण हज़ारो लोग दुर्गम परिस्थितियों में फंस गए है। भूस्खलन इतना भीषण था कि उसमे एक चर्च तथा मंदिर भी बह गए।
इस बीच कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में बाढ़ का पानी भरने के बाद उड़ानों का परिचालन शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
केरल के कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में बाढ़ का पानी भरने के बाद उड़ानों का परिचालन शुक्रवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। कोचीन इंटरनेशलन एअरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएसल) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'बाढ़ के कारण पार्किंग क्षेत्र जलमग्न हो गया है, कोच्चि हवाईअड्डे पर सभी उड़ानें नौ अगस्त सुबह नौ बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई हैं।'
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सांगली और कोल्हापुर में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद ये सबसे अधिक प्रभावित जिले हैं जहां कृष्णा और पंचगंगा नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फडणवीस से बात की और बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। एक अधिकारी ने बताया कि सांगली में राहत एवं बचाव कार्य में लगी एक नौका के पलट जाने से नौ लोग डूब गए और चार लापता हैं। महाराष्ट्र में भारी बारिश से अब तक 27 लोग मारे जा चुके हैं।
केरल के कई इलाकों में भारी बारिश से उत्तरी केरल बाढ़ की चपेट में हैं। यहां गुरुवार को विभिन्न हादसों में चार लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने राज्य के 4 जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। ये 4 जिले भारी वर्षा और तेज हवाओं की चपेट में हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के सूत्रों ने कहा कि यह अलर्ट इडुकी, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड में जारी किया गया है। राज्य की अधिकांश नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ रहा है और कन्नूर, वायनाड, इडुकी, मलप्पुरम, कोझीकोड और कासरगोड में बाढ़ जैसे हालात हैं।
यहां की प्रमुख नदियों जैसे मणिमाला, मीनाचल, मूवट्टापुझा, चलियार, वालापट्टनम, इरूवाझीनीपुझा और पंबा में जलस्तर बढ़ा हुआ है। तमिलनाडु में कोयंबटूर शहर में वर्षाजनित हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। नीलगिरि, थेनी, कोयम्बटूर, तिरुनेलवेल्ली और कन्याकुमारी जिलों में भारी बारिश से इन जिलों के निचले इलाकों में पानी भर गया है।
कर्नाटक में वर्षा जनित हादसों में नौ लोग मारे गए हैं जिनमें से छह लोग बेलगावी जिले से थे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बचाव दलों ने कर्नाटक के उत्तरी तटों के प्रभावित जिलों तथा मलनाड से 43,858 लोगों को बचाया है। इस दल में अग्नि और आपातकालीन विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना शामिल है।
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई दौरा किया। बाढ़ से बेहाल ओडिशा में हादसे में एक व्यक्ति मारा गया वहीं उसका बेटा पानी के तेज बहाव में बह गया।
मौसम विभाग के भुवनेश्वर केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने बताया कि बालासोर के नजदीक ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट पर बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से ओडिशा के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश हो रही थी, लेकिन अब यह कमजोर पड़ गई है। गोवा, गुजरात और मेघालय में भी बारिश से हालात खराब हैं।