उत्तर भारत कड़कड़ाती ठंड के आगोश में, राजस्थान में भी टूटा रिकॉर्ड

मंगलवार, 29 जनवरी 2019 (13:56 IST)
भोपाल। उत्तर भारत के पहाड़ी स्थानों पर हुई बर्फबारी के चलते मध्यप्रदेश भी पिछले तीन दिनों से ठिठुरनभरी हवाओं के चलते कड़कड़ाती ठंड के आगोश में है। राजस्थान में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है और सीकर जिले के फतेहपुर में आज न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया, जिससे सर्दी ने पिछले पन्द्रह सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं।


राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में प्रशासन ने स्कूली बच्चों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। राजधानी भोपाल में सोमवार रात जिला प्रशासन ने पांचवीं तक की कक्षाओं के बच्चों की दो दिन की छुट्टियों की घोषणा की। इसके चलते आज सुबह सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम लोग दिखाई दिए।

राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़ कड़ाके की ठंड : राजस्थान में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है और सीकर जिले के फतेहपुर में आज न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया, जिससे सर्दी ने पिछले पन्द्रह सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं। प्रदेश में इस बार जनवरी महीने के आखिरी में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया हैं, जबकि वर्ष 2003 में 28 जनवरी को फतेहपुर में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से दो डिग्री सेल्सियस नीचे रहा था।

सोमवार को फतेहपुर में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 3.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया था। राज्य में तापमान में गिरावट एवं कड़ाके सर्दी के कारण मैदानी इलाकों में बर्फ जम गई वहीं शीतलहर एवं गलन के जारी रहने से लोग ठिठुरने लगे हैं और जगह-जगह अलाव लगाकर इससे बचने का प्रयास कर रहे हैं।

चुरु में भी न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से करीब एक डिग्री नीचे पहुंच गया वहीं पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह भीलवाड़ा में 0.8, चित्तौड़गढ़ में दो, टोंक के वनस्थली में 2.8, दौसा में तीन तथा कोटा में पांच डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। हालांकि राजधानी जयपुर में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस रहा लेकिन शीतलहर के कारण कड़ाके की ठंड से सुबह लोग परेशान रहे।

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