Microsoft services interruption : सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कहा कि उनका मंत्रालय दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की सेवाओं में वैश्विक स्तर पर पेश आ रही रुकावट के संबंध में कंपनी के संपर्क में है और इस घटना का देश के एनआईसी नेटवर्क (NIC Network) पर कोई असर नहीं देखा गया है।
वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा है कि इस तकनीकी रुकावट के कारण को चिह्नित कर लिया गया है और इस मसले का हल निकालने के लिए 'अपडेट' जारी कर दिए गए हैं। वैष्णव ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय वैश्विक गतिरोध के संबंध में माइक्रोसॉफ्ट और उसकी सहयोगी इकाइयों के संपर्क में है।
एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं : उन्होंने कहा कि एनआईसी नेटवर्क इससे प्रभावित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में साइबर सुरक्षा संबंधी नोडल एजेंसी सर्ट-इन की तरफ से एक तकनीकी परामर्श जारी किया जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत गठित कम्प्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल सर्ट-इन ने 'क्राउडस्ट्राइक अपडेट' की वजह से माइक्रोसॉफ्ट सेवाओं में आई रुकावट पर एक सलाह जारी करते हुए इसे 'गंभीर' समस्या बताया है।
यह सलाह वैश्विक स्तर पर माइक्रोसॉफ्ट उपयोगकर्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर देखे जा रहे व्यवधान तथा अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनों, बैंकों और मीडिया कंपनियों में व्यवधान की व्यापक रिपोर्ट के बीच आई है। सर्ट-इन ने अपनी सलाह में कहा कि यह बताया गया है कि क्राउडस्ट्राइक एजेंट 'फाल्कन सेंसर' से संबंधित विंडोज होस्ट को व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है और हाल ही में आए अपडेट के कारण विंडोज क्रैश हो जा रहा है।
संबंधित विंडोज सिस्टम को फाल्कन सेंसर से संबंधित 'ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (बीएसओडी)' का सामना करना पड़ रहा है। माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज सिस्टम में आए नए 'अपडेट' को डाउनलोड करने की वजह से दुनिया भर में उपयोगकर्ताओं को तकनीकी रुकावट का सामना करना पड़ रहा है।(भाषा)