अब कौनसे 2 क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहे हैं राहुल गांधी?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 19 फ़रवरी 2024 (20:30 IST)
2 revolutionary steps of Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि देश को मजबूत करने की दिशा कांग्रेस 2 क्रांतिकारी कदम उठाने जा रही है। पहला कदम जातिगत जनगणना, जो देश का एक्स-रे होगा और दूसरा कदम धन-संसाधन की मैपिंग, जिससे पता चल जाएगा कि किसके पास क्या है और कितना है?
 
दरअसल, इस पोस्ट के माध्यम से राहुल गांधी ने केन्द्र की मोदी सरकार को घेरने की कोशिश है। जहां तक राहुल क्रांतिकारी कदमों की बात है तो जाति जनगणना का मुद्दा तो वे काफी समय से उठा रहे हैं, इससे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान ही उठाना पड़ा है। हां, दूसरा मुद्दा जरूर नया है, धन-संसाधन की मैपिंग। 
 
राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में लिखा- दो तिहाई वंचित आबादी को देश की तरक्की का भागीदार बनाए बिना भारत की समृद्धि असंभव है। कांग्रेस ‘भारत बनाने वालों’ के साथ न्याय कर एक सशक्त और समृद्ध भारत की नींव रखेगी। 
 
मोदी के हिन्दुस्तानों में गरीबों की जगह नहीं : मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने लिखा- नरेंद्र मोदी के हिंदुस्तान में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों की कोई जगह नहीं है। देश के बजट के हर 100 रुपए में दो तिहाई आबादी का हिस्सा सिर्फ 6 रुपए है। इस वर्ग के साथ हो रहा भयंकर अन्याय देश को अंदर से खोखला बना रहा है।
<

नरेंद्र मोदी के हिंदुस्तान में पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों की कोई जगह नहीं है।

देश के बजट के हर ₹100 में दो तिहाई आबादी का हिस्सा सिर्फ ₹6 है।

इस वर्ग के साथ हो रहा भयंकर अन्याय देश को अंदर से खोखला बना रहा है।

इसलिए देश को मज़बूत बनाने की दिशा में… pic.twitter.com/mwl1cDdws1

— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 19, 2024 >
कितना फायदा होगा कांग्रेस को : राहुल गांधी के 'क्रांतिकारी कदमों' से कांग्रेस को कोई होता दिख नहीं रहा है। वे जातिगत गणना का मुद्दा लगातार उठाते आ रहे हैं, लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्हें कोई फायदा नहीं मिला, उलटा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्हें सरकार गंवानी पड़ी थी।

मध्य प्रदेश में तमाम अटकलों के बावजूद एक बार फिर भाजपा की सरकार बन गई। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि राहुल को लोकसभा में चुनाव में इन बातों का कितना फायदा मिलेगा। जानकारों की मानें तो धन-संसाधनों की मैपिंग के मुद्दे पर देश के धनपतियों का एक बड़ा वर्ग उनसे नाराज हो सकता है। इसलिए यह दांव उनको उलटा भी पड़ सकता है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala