राठी अपनी कार में थे, जबकि अज्ञात बदमाश ह्यूंडई आई 10 में आए थे। बदमाश राठी के एसयूवी पर ताबड़तोबड़ फायरिंग करके वहां से फरार हो गए। राठी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस को इस हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर शक है।
कौन थे नफे सिंह राठी : पूर्व एमएलए नफे सिंह राठी जाटों का कद्दावर नेता माना जाता था। 2014 में इनेलो से टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी बदल ली थी, जिसके बाद वह थोड़े समय के लिए बीजेपी में शामिल हो गए थे। हालांकि बीजेपी ने भी उन्हें टिकट नहीं दिया, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा। 2018 में वह वापस इनेलो में आ गए। राठी दो कार्यकाल तक बहादुरगढ़ नगर परिषद के चेयरमैन भी रहे।
नफे सिंह राठी अपनी सुरक्षा के लिए रखे गए तीन प्राइवेट गनमैन के साथ अपनी एसयूवी में यात्रा कर रहे थे। अज्ञात हमलावर दूसरी कार में आए और बहादुरगढ़ में उनकी एसयूवी पर गोलीबारी शुरू कर दी। इस फायरिंग में राठी के बॉडीगार्ड घायल हो गए। हमला शाम करीब पांच बजे बराही रेलवे क्रॉसिंग के पास हुआ। गोलियां नजदीक से मारी गईं। पुलिस को संदेह है कि हमले के पीछे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके करीबी सहयोगी काला जठेड़ी का हाथ है।
Edited by navin rangiyal