पाकिस्तान में पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीती हैं। मगर पार्टी के लिहाज से देखा जाए तो नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। भले ही आवाम ने इमरान खान समर्थित उम्मीदवारों को अपनी पहली पसंद माना है, मगर सरकार बनाने के लिहाज से नवाज शरीफ ही आगे चल रहे हैं।
गठबंधन सरकार का दावा : पाकिस्तान जनरल इलेक्शन में क्योंकि नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, ऐसे में उन्होंने गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर दिया है। इसके लिए उन्होंने अन्य दलों के साथ हाथ मिलाने की कवायद भी तेज कर दी है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के लाहौर स्थित केंद्रीय सचिवालय में पार्टी समर्थकों को संबोधित करते हुए 74 वर्षीय नवाज शरीफ ने कहा कि उनकी पार्टी खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) द्वारा समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों की जीत सहित सभी पार्टियों के जनादेश का सम्मान करती है।
किसे कितनी सीटें : अब तक 265 में से 224 निर्वाचन क्षेत्रों के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को 92 सीट मिलीं, जबकि नवाज शरीफ की पीएमएल-एन को 63 और बिलावल भुट्टो की पीपीपी को 50 सीट मिलीं। इसके अलावा, छोटी पार्टियों को 19 सीट मिलीं। पाकिस्तान चुनाव में बगैर बैट सिंबल के ही इमरान खान समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 92 सीटें जीतकर सबको चौंका दिया है।
क्या नवाज बनेंगे पीएम : तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके 74 वर्षीय नवाज शरीफ एक बार फिर प्रधानमंत्री बनने की रेस में सबसे आगे हैं। इसकी दो वजहें हैं। एक तो नवाज शरीफ की पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और दूसरी बात यह कि उन्हें पाकिस्तानी सेना का पूरा समर्थन हासिल है. पाकिस्तानी सेना भी नवाज शरीफ को ही पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनाना चाहती है। यही वजह है कि इमरान खान को जेल में बंद कर रखा है। क्योंकि बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी की सीटें नवाज से काफी कम हैं, ऐसे में उनका पीएम बनना संभव नहीं दिख रहा है. इमरान खान की पार्टी पीटीआई को अयोग्य करार दे रखा है और उनके सिंबल को भी छीन लिया गया है। ऐसे में इमरान खान का प्रधानमंत्री बनना संभव नहीं दिख रहा है। हालांकि अभी स्थिति साफ होने में समय लग सकता है।
Edited By Navin Rangiyal