पटना। बिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार बनने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। भाजपा महागठबंधन की सरकार को जंगलराज की वापसी कह रही है। हालांकि कैबिनेट विस्तार के बाद मामला उस समय और गरमा गया जब दिग्गज राजद नेता कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बना दिया गया। बिहार के कानून मंत्री पर अपरहण का केस, सरेंडर करने वाले दिन ली शपथ। राजद विधायक चंद्रशेखर को शिक्षा मंत्री बनाने पर भी सवाल उठ रहे हैं।
MLC चुनाव में कार्तिकेय सिंह को टिकट देने की घोषणा लालू यादव ने जेल से की थी। इस दिग्गज नेता ने चुनाव में जदयू के वाल्मिकी सिंह को हराया था। लालू तेजस्वी के कहने पर ही कार्तिकेय सिंह को कानून मंत्री बनाया गया है। वे बिहार के बाहुबली नेता अनंतसिंह के करीबी माने जाते हैं और अंनतसिंह के समर्थकों में कार्तिक मास्टर के नाम से मशहूर है। जिस दिन कार्तिकेय को अपहरण के मामले में अदालत पेश होना था उसी दिन उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली।
बिहार भाजपा ने ट्विटर पर कुछ खबरों के स्क्रीन शॉट लगाते हुए बिहार के नए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को घेरा है। चंद्रशेखर मधेपुरा से विधायक है और दूसरी बार मंत्री बने हैं। पार्टी ने ट्वीट कर कहा, भला बताइए कलम चलाने वाले को कारतूस दागने वाला हांकेगा। इसलिए कहा गया है 'अंधेर नगरी चौपट राजा टके सेर भाजी टके सेर खाजा।'
भाजपा नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा, महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी। सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रमाकांत यादव और कार्तिकेय कुमार जैसे विधायक मंत्री बनाये गए, जिनके नाम से इलाके में लोग कांपते हैं। इन लोगों पर आर्म्स ऐक्ट के तहत मामला दर्ज है।