दरअसल, पिछले कुछ दिनों से हार्दिक कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं भाजपा की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। हालांकि पाटीदार आंदोलन के समय यही हार्दिक खुलकर भाजपा सरकारों और उनकी नीतियों का विरोध कर रहे थे। इसके बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वर्तमान में वे कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं।
हाल के घटनाक्रमों पर नजर डालें तो लगता है कि हार्दिक का कांग्रेस से मोह भंग हो गया है। उन्होंने हाल ही में यह आरोप भी लगाया कि उनकी शिकायतों पर आलाकमान की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। हार्दिक सार्वजनिक रूप से कई बार अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। पिछले दिनों तो उन्होंने यहां तक कह दिया था कि उनके विकल्प खुले हुए हैं।
हार्दिक के भाजपा में जाने की अटकलें इसलिए भी लगाई जा रही हैं क्योंकि वे व्हाट्स डीपी में भगवा शॉल में नजर आ रहे हैं, जबकि उनकी डीपी से कांग्रेस का पंजा गायब है। वहीं ट्विटर पर उन्होंने खुद को देशभक्त, सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता बताया है। यहां उन्होंने खुद को गुजरात कांग्रेस का वर्किंग प्रेसीडेंट भी बताया है। उनकी व्हाट्सऐप डीपी के बाद ही ही यह कयास तेज हो गए हैं कि हार्दिक भाजपा में जा सकते हैं।