मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तस्वीरों की पड़ताल की गई जो एएन-32 विमान के अनुरूप पाई गईं। संभावित दुर्घटना स्थल पर यह खोज, इस क्षेत्र में किसी अन्य विमान के लापता होने की कोई खबर न होने से, संभवतः भारतीय वायुसेना के दुर्घटनाग्रस्त एन-32 विमान का मलबा होने की ओर इशारा करती है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह खोज मल्टी-बीम सोनार (साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग), सिंथेटिक अपर्चर सोनार और हाई-रिज़ॉल्यूशन फोटोग्राफी सहित कई उपकरणों का उपयोग कर 3,400 मीटर की गहराई पर की गई।