वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार शाम को आश्वासन दिया कि अगले 30 दिनों में यस बैंक (Yes Bank) का पुनर्गठन कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैंक के ग्राहकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है।
उल्लेखनीय है कि यह मामला गुरुवार शाम रिजर्व बैंक ने Yes Bank के जमाकर्ताओं के लिए 50,000 रुपए की निकासी की सीमा तय कर दी। Yes बैंक का नाम देश के सबसे 4 बड़े निजी बैंकों में शुमार किया जाता है। इस घोषणा से हड़कंप मच गया।
RBI ने 2018 के बाद से ही Yes बैंक पर शिकंजा इसलिए कसना शुरू किया क्योंकि उसे महसूस हुआ कि बैंक अपनी बैलेंस शीट में गड़बड़ी कर रहा है। आरबीआई ने बैंक के चेयरमैन राणा कपूर को पद से हटा दिया। भारतीय बैंक इतिहास में यह पहला अवसर था, जब आरबीआई ने किसी चेयरमैन को हटाने के साथ ही बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दीं।