उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री जनता के हित में कार्य करने में भरोसा रखते हैं। वह अंधविश्वास में यकीन नहीं करते, जिसकी वजह से पूर्व के मुख्यमंत्री नोएडा जाने से बचते रहे हैं। नोएडा यात्रा के साथ ही योगी इस अंधविश्वास को तोड़ देंगे।
राजनीतिक गलियारों में नोएडा को लेकर अंधविश्वास है कि नोएडा जाने वाला मुख्यमंत्री सत्ता खो देता है। योगी से पहले के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी नोएडा जाने से बचते रहे। वह मई 2013 में नोएडा में हुए एशियाई विकास बैंक के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं हुए थे हालांकि तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
अखिलेश से पहले उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और राजनाथ सिंह भी नोएडा जाने से परहेज करते रहे हैं। अंधविश्वास को उस समय बल मिला, जब पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह नोएडा गए और जून 1988 में उनकी कुर्सी चली गई।