नई दिल्ली। मध्य दिल्ली में पांच शयनकक्ष वाले डुप्लेक्स फ्लैट में रहने जाने की तैयारी कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज अपनी पार्टी के ‘आम आदमी’ के दावों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ गए लेकिन उन्होंने इसका मजबूती से बचाव किया।
केजरीवाल को भगवान दास रोड पर पांच शयनकक्ष वाले दो डुप्लेक्स फ्लैट आवंटित किए गए हैं जिसमें से वह एक का इस्तेमाल अपने कार्यालय के रूप में करेंगे।
इस मुद्दे पर भाजपा के विधायकों ने दिल्ली विधानसभा में केजरीवाल पर यह कहते हुए जोरदार हमला बोला कि उनका दो फ्लैट स्वीकार करने का निर्णय आप के इस दावे का पूरी तरह से उलट है कि वह सादगी का पालन करेगी।
भाजपा के नेता साहब सिंह चौहान ने विधानसभा में कहा, मुख्यमंत्री को दो बड़े फ्लैटों के आवंटन ने पार्टी को बेनकाब कर दिया है। यह उनके घोषित रुख से पूरी तरह से उलट है। आम आदमी रहने का उनका संकल्प धराशायी हो गया है। केजरीवाल और उनके छह मंत्रियों ने किसी भी सरकारी बंगले में नहीं रहने का निर्णय किया था। उन्होंने कहा था कि वे बंगलों की बजाय सामान्य फ्लैटों में रहेंगे।
केजरीवाल ने कहा, मुझे पांच-पांच शयनकक्ष वाले दो अलग-अलग घर दिए गए हैं। आप अपना कैमरा लेकर उनकी जांच कर सकते हैं। मैं उनमें से एक फ्लैट में अपने परिवार के साथ रहूंगा जबकि दूसरे का इस्तेमाल मैं अपने कार्यालय के तौर पर करूंगा जहां हम देर रात तक काम करेंगे।
उन्होंने कहा, अब मैं अपने परिवार के साथ पांच शयनकक्ष वाले घर में रहूंगा। इससे पहले मैं चार शयनकक्ष वाले अपार्टमेंट में रहता था, अंतर केवल इतना ही है। केजरीवाल कौशांबी के एक सोसाइटी फ्लैट में रहते थे और उन्होंने टाइप-7 बंगले में जाने से इनकार कर दिया था जिसके वे मुख्यमंत्री बनने के बाद हकदार हैं।
उनकी टीम ने दिल्ली सचिवालय और इंद्रप्रस्थ एक्सटेंशन के आसपास बड़ी संख्या में सरकारी फ्लैटों देखने के बाद भगवान दास रोड पर दो फ्लैट पसंद किए हैं। दिल्ली के मंत्री तीन बेडरूम वाले टाइप छह या टाइप सात बंगले के हकदार हैं। शीला दीक्षित लुटियंस दिल्ली में मोतीलाल नेहरू मार्ग पर टाइप आठ के बंगला नम्बर तीन में 2003 से रह रही थीं।
सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल के आवास को अंतिम रूप तब दिया गया जब गत सप्ताह उनका परिवार उसे देखने पहुंचा। फ्लैटों को ठीक कराया जा रहा है और उम्मीद है कि केजरीवाल उसमें दो दिन में रहने पहुंच जाएंगे। (भाषा)