गाजियाबाद। पदभार ग्रहण करने के एक दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को झूठे आश्वासन नहीं देना चाहते और उन्होंने उनकी समस्याओं एवं शिकायतों के समाधान के मकसद से एक प्रणाली का गठन करने के लिए 7 से 10 दिन का समय मांगा।
केजरीवाल ने कहा कि वह एक प्रणाली विकसित हो जाने के बाद ही उनसे मिलने आए लोगों के प्रार्थना पत्रों को स्वीकार करेंगे। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता ने कहा, ‘मैं आपको झूठा दिलासा नहीं देना चाहता हूं। हम समस्याओं के समाधान के लिए एक प्रणाली विकसित कर लेने के बाद ही प्रार्थना पत्रों को स्वीकार करेंगे।’ आप के एजेंडे में आम आदमी के हित शीर्ष पर हैं।
केजरीवाल ने उनके आवास पर बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों से कहा कि उन्हें ऐसी प्रणाली विकसित करने के लिए लोगों का समर्थन चाहिए और उनके समर्थन के बिना वह समस्याओं को सुलझा नहीं पाएंगे।
उन्होंने डीटीसी कर्मचारियों और वाल्मीकि समुदाय के सदस्यों समेत अपने निवास पर पहुंच लोगों से कहा, ‘हमने अभी अभी सत्ता संभाली है। हमें आपकी समस्याओं को सुलझाने के लिए एक प्रणाली विकसित करने में सात से 10 दिन का समय लगेगा।’
डीटीसी और नगर निगम के अनुबंधित कर्मचारी इन संगठनों में अनुबंध प्रणाली समाप्त करने की अपनी मांग को लेकर केजरीवाल के पास आए थे। उन्होंने मांग की कि कई वषरें से काम कर रहे कर्मचारियों को स्थायी बनाया जाना चाहिए।
केजरीवाल के गाजियाबाद स्थित आवास पर दिल्ली परिवहन निगम :डीटीसी: के करीब एक हजार अनुबंधित ड्राइवर और कंडक्टर पहुंचे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को मुबारकबाद दी और ‘अरविंद जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
डीटीसी के साथ बतौर ड्राइवर काम करने वाले रमेश ने कहा, ‘करीब 14,000 ड्राइवरों और कंडक्टरों को डीटीसी ने अनुबंध के आधार पर रखा था। हम पिछले करीब 10 साल से अनुबंधित कर्मचारी के रूप में काम कर रहे हैं। इतने सालों की सेवा के बाद भी डीटीसी ने हमें स्थायी नहीं किया है।’
देशपाल नामक बस ड्राइवर ने कहा, ‘चुनाव प्रचार के दौरान केजरीवाल ने वादा किया था कि मुख्यमंत्री बनने पर पर ‘ठेके वाली प्रथा’ को बंद करेंगे। हमें उम्मीद है कि केजरीवाल डीटीसी को हमें नियमित करने का निर्देश करेंगे।’
केजरीवाल के निवास पर बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने पर दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन आंगुतकों के प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। उत्तरप्रदेश पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उत्तरप्रदेश पुलिस केजरीवाल के निवास के बाहर यातायात और भीड़ प्रबंधन करेगी जबकि दिल्ली पुलिस की एक टीम भीड़ का प्रबंधन करने एवं किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए हाउसिंग सोसायटी के अंदर सादे कपड़ों में रहेगी। जिस सोसायटी में केजरीवाल रहते हैं, उसके मुख्य द्वार पर पुलिस ने मेटल डिटेक्टर लगाया है। (भाषा)