नंदीग्राम मुद्दे पर कांग्रेस ने शनिवार को आक्रामक रुख अपनाते हुए कह ही दिया कि गुजरात दंगे और पश्चिम बंगाल के इस जिले की घटना एक सिक्के दो पहलू हैं।
कांग्रेस महासमिति में विभिन्न प्रस्तावों पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि नंदीग्राम में जो कुछ हुआ है, वह गुजरात में पूर्व में हुई घटना के समान है और ये दोनों बातें एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।
उन्होंने कहा कि ये दोनों घटनाएँ दर्शाती हैं कि राज्य प्रशासन अप्रभावी हो जाए और उस पर राजनीतिक दल का रंग चढ़ जाए तो क्या नतीजा होता है। प्रणब ने कहा कि नंदीग्राम में सुधारात्मक उपायों की जरूरत है।
गौरतलब है कि महासमिति की बैठक में प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह या पार्टी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने नंदीग्राम का कोई उल्लेख नहीं किया और यह बात पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी के मुँह से कहलाई।
दूसरी ओर भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और सोनिया गाँधी द्वारा इस बैठक में अपने भाषणों में नंदीग्राम का उल्लेख न किए जाने की आलोचना की और साथ ही सवाल किया कि क्या उनकी यह चुप्पी वहाँ मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार को उनकी मंजूरी का संकेत है।