Delhi Pollution news : दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद दिवाली के दिन हुई आतिशबाजी के कारण सोमवार को प्रदूषण का स्तर फिर काफी बढ़ गया और सुबह धुंध छाया रहा। इस बीच दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी चाहती थी कि पटाखे जलाए जाएं।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज प्रदूषण का स्तर बढ़ गया इसका एक मात्र कारण है पटाखे जलाना। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी भाजपा अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभाना चाहती, ये दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा चाहती थी कि पटाखे जलाए जाएं और तीनों राज्यों (दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश) में पुलिस भाजपा के पास है।
उन्होंने दिल्ली में आतिशबाजी के लिए पटाखे उत्तर प्रदेश, हरियाणा से लाए गए; इन राज्यों की पुलिस ने दी थी पटाखों के परिवहन की इजाजत।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के चरण चार के तहत दिल्ली में उठाये गये कदम अगले आदेश तक जारी रहेंगे। धूल प्रदूषण पर अंकुश लगाने के अभियान को 30 नवंबर तक बढ़ाया गया, 14 नवंबर से खुले में कचरा जलाने के खिलाफ एक महीने का अभियान चलेगा।
आज सुबह सात बजे AQI 275 (खराब श्रेणी) पर था। शादीपुर (315), आयानगर (311), लोधी रोड (308), पूसा (355) और जहांगीरपुरी (333) सहित कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर एक्यूआई 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया था।
दिवाली के एक दिन बाद शहर का एक्यूआई 2015 में 360, 2016 में 445, 2017 में 403, 2018 में 390, 2019 में 368, 2020 में 435, 2021 में 462 और 2022 में 303 था।