नवरात्रि में लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार देवी मां की भक्ति करते हैं। कुछ लोग पलंग के ऊपर नहीं सोते, कुछ लोग शेव नहीं करते, कुछ नाखून नहीं काटते। इस समय 9 दिन तक व्रत-उपवास रखने का बहुत महत्व है।
अपनी श्रद्धानुसार एक समय भोजन और एक समय फलाहार करके या दोनों समय फलाहार करके उपवास किया जाता है।
इससे सिर्फ आध्यात्मिक बल ही प्राप्त नहीं होता, बल्कि पाचन तंत्र भी मजबूत होता है तथा मेटाबॉलिज्म में जबरदस्त सुधार आता है। व्रत के समय अंडा, मांस, शराब, प्याज, लहसुन, मसूर दाल, हींग, राई, मैथीदाना आदि वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सादा नमक के बजाय सेंधा नमक काम में लेना चाहिए।