जिसमें से 2 दिन अमृतसिद्धि, 2 दिन सर्वार्थ सिद्धि और 2 रवि योग हैं।
30 सितंबर को अमृत सिद्धि योग,
6 अक्टूबर को सर्वसिद्धि योग रहेगा।
किस दिन किस देवी की पूजा होगी : नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री, दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरे दिन चंद्रघंटा, चौथे दिन कुष्मांडा, पांचवें दिन स्कंदमाता, छठे दिन कात्यानी, सातवें दिन कालरात्रि, आठवें दिन महागौरी, नवें दिन सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। माता के इन रूपों की विधि विधान पूजा करने से कष्टों से मुक्ति मिल जाती है।
कैसे हुई शारदीय नवरात्रि की शुरुआत : मान्यता है कि शारदीय नवरात्र की शुरुआत भगवान राम ने की थी। भगवान राम ने सबसे पहले समुद्र के किनारे शारदीय नवरात्रों की पूजा शुरू की और उन्होंने लगातार नौ दिनों तक शक्ति की विधिवत पूजा की थी और तब जाकर उन्होंने लंका पर जीत हासिल की। यही वजह है कि शारदीय नवरात्रों में नौ दिनों तक दुर्गा मां की पूजा के बाद दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है।