कार है या चलता-फिरता मयखाना!

- हीरेन्द्र एस राठौड़
नई दिल्ली। गाड़ी है या चलता फिरता मयखाना। जब तक चाहें चलते रहिए और जब मन करे तब अपनी मनपसंद दारू का आनंद लीजिए। यह शौक चलते हुए भी पूरा हो सकता है और कहीं खड़े होकर भी। इसमें रफ्तार के साथ पांच सितारा आराम की व्यवस्था है। ऑटो एक्सपो में लोगों को ऐसी ही कई मनभावन गाड़ियां देखने को मिल रही हैं।

प्रगति मैदान आने वालों के लिए मंगलवार का दिन कौतूहल, जिज्ञासा और रोमांच से भरा रहा। वॉक्सवैगन की कांसेप्ट कार लोगों को ज्यादा ही लुभा रही है। इसकी डिक्की में पूरा मयखाना सजा है। गिलास भी और बोतल भी। बस बटन दबाइए और सब कुछ हाजिर। कंपनी ने पहले दिन हॉल संख्या 15 में अपनी बहुप्रतीक्षित नई गाड़ी 'पोलो' भी लांच की।

टाटा मोटर्स बड़ी कारों की श्रेणी में जगुआर लग्जरी सैलून और लैंड रोवर एसयूवी को लेकर आई है। मध्यम और छोटी कारों में 'टाटा इंडिगो मांजा सेडान' का नया मॉडल लोगों को खासा आकर्षित कर रहा है। इसका प्रति किलोमीटर माइलेज महंगाई के दौर में मध्यमवर्गीय परिवारों की जेब को कुछ आराम दे सकता है। इंडिका विस्टा हैचबैक भी नए रूप में नई खूबियों के साथ आई है। वाहनों में पर्यावरण के अनुकूल तकनीक का समावेश किया गया है।

नैनो का आकर्षण अब भी लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। हॉल संख्या 11 में कंपनी ने महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग दो नए मॉडल प्रदर्शित किए हैं। कॉकटेल रेड नैनो दरवाजों और बोनट पर आकर्षक फूलों के पैटर्न में महिलाओं के लिए सजाई-संवारी गई है। इस थीम को सीटों, डोर पैड और सेंटर कॉन्साल में दिया गया है। दूसरी नैनो वाइल्ड लाइम रंग में है। इसे पुरुषों के लिए तैयार किया गया है। इसकी सीटें और डोर पैड चमड़े के हैं। दोनों ही गाड़ियों में सभी आधुनिक सुविधाएं हैं।

दोपहिया वाहनों के शौकीनों के लिए भी एक से बढ़कर एक वाहन आए हैं। तीन लाख रुपए कीमत की मोटर साइकिल लोगों को अपनी ओर खूब खींच रही है। आने वाला समय हाइड्रोजन और ऑक्सीजन फ्यूल का है। यामाहा सहित कई कंपनियों ने डायरेक्ट मैथानॉल फ्यूल सेल और हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलने वाली मोटरसाइकिलें उतारी हैं। बैट्री चालित वाहनों का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है। कई कंपनियां पेट्रोल-डीजल के बजाय बैट्री से चलने वाली कारें और मोटरसाइकिलें लेकर आई हैं।

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