पटना। लोकसभा चुनाव में मतदान पश्चात सर्वेक्षणों में जदयू के खराब नतीजे की संभावना जताए जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें खारिज करते हुए चुनाव परिणाम आने तक इंतजार करने पर जोर दिया।
बिहार विधान परिषद के नवनिर्वाचित 17 नए सदस्यों को आज शपथ दिलाए जाने के बाद पत्रकारों द्वारा एक्जिट पोल के नतीजों के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा ‘यह तो आप लोग बोल रहे हैं’।
एक्जिट पोल पर कोई प्रतिक्रिया देने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि 16 मई :मतगणना: को चुनाव परिणाम आने तक इंतजार करें।
एक्जिट पोल में बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से जदयू को करीब पांच सीटें मिलने तथा भाजपा को 20 से 25 सीट हासिल करने की संभावना जताई गई है।
इस समारोह में शामिल होने आए बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी से एक्जिट पोल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
बिहार विधान परिषद के नए सदस्य के रूप में आज शपथ लेने वाले बिहार कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी ने एक्जिट पोल को नकारते हुए कहा कि जब चुनाव परिणाम सामने आएंगे तो बिहार में कांग्रेस और राजद की स्थिति बेहतर दिखेगी।
अशोक ने बिहार में राजद के साथ गठबंधन का उनकी पार्टी को लाभ मिलने की बात स्वीकारते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी ने बिहार में और अधिक सीटों पर चुनाव लडा होता तो वह और भी बेहतर कर पाती।
बिहार विधान परिषद के नए सदस्य के रूप में आज शपथ लेने वाले और नीतीश के कभी नजदीकी रहे देवेश चंद्र ठाकुर ने जदयू के बुरे नतीजे का कारण उसका भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ना बताया। (भाषा)