पटना। वाहन जांच के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार के सारण संसदीय क्षेत्र से राजद प्रत्याशी राबड़ी देवी ने अपनी जान को खतरा बताकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ आज सोनपुर थाना में शिकायत दर्ज कराई है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ सारण संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार के बाद आज प्रात: पटना लौटने के दौरान सोनपुर थाना अंतर्गत शिवबचन चौक के समीप पहुंचने पर उनके काफिले को पुलिस और प्रशासन टीम की टीम ने जांच के लिए रोका।
लालू और राबड़ी ने महिला पुलिसकर्मियों के मौजूद नहीं होने और जांच के कागजात नहीं होने की दलील देते हुए तलाशी का विरोध किया, जिससे वहां का माहौल रोषपूर्ण हो गया तथा वहां बड़ी संख्या में राजद कार्यकर्ता इकठ्ठा हो गए।
घटनास्थल पर मौजूद एक काली एसयूवी वाहन, जिसके पीछे नंबर प्लेट नहीं लगी थी वो आ गई। राबड़ी ने उक्त वाहन के बारे में कहा कि वह उनकी लंबे समय से पीछा कर रही थी। यह उन्हें मारने की एक साजिश है। पुलिस ने हमारे वाहन और सूटकेस की जांच पूर्व में की थी, इसलिए दोबारा जांच का कोई कारण नहीं था।
बहसा-बहसी के बाद गुस्से में अपना आपा खो चुके लालू ने वहां मौजूद कर्मियों की आलोचना करने पर तथा पक्षपात करने का आरोप लगाने पर उनसे बहस दौरान उन्होंने उनके ही शब्दों में जवाब दिया, जिसके बाद राबड़ी सोनपुर थाने गईं और वाहन जांच में लगे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने राबड़ी देवी के आवेदन को स्वीकार कर लिया है, लेकिन इस मामले में अभी प्राथमिकी दर्ज की जानी बाकी है। राबड़ी ने आरोप लगाया कि सारण मुख्यालय छपरा से उनका एसयूवी पर सवार आठ अपराधी पीछा कर रहे थे, जिनकी या तो उनकी हत्या करने या फिर उनके वाहन में राशि रखने की योजना थी।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उन्हें और राजद को रोकने के लिए इसे सांप्रदायिक शक्तियों की साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बारे में वे चुनाव आयोग से शिकायत करेंगे और शीघ्र कार्रवाई किए जाने का अनुरोध करेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस समय उनके वाहन की जांच की जा रही थी उस समय पुलिस के साथ वीडियोग्राफर नहीं था। उन्होंने एक महिला उम्मीदवार को प्रताडित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे ऐसा होने नहीं देंगे और वे स्वयं इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग से करेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि उन्हें लालू और राबड़ी के अपने संसदीय क्षेत्र में पैसा बांटने की आसूचना पर उन्होंने उनके वाहन की जांच की।
सारण जिला के पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने लालू और राबड़ी के दिघवाडा और सोनपुर इलाके में पैसा बांटने की सूचना मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। जिस समय इन दोनों नेताओं को रोका गया वहां अनुमंडल अधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक उपस्थित थे।
सिंह ने बताया कि तलाशी के दौरान महिला पुलिस के नहीं उपस्थित होने को गलत बताते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि राबड़ी जी के पास महिला सुरक्षाकर्मी पूर्व से मौजूद हैं और वे वहां मौजूद थीं।
उन्होंने कहा कि उन्हें जहां तक बताया गया है कि राजद के दोनों नेताओं और उनके समर्थकों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचा रहे थे और वहां मौजूद वीडियोग्राफर को पीटा गया और उसका कैमरा तोड़ दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन्होंने मामले की जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक और सोनपुर थाना अध्यक्ष को बुलाया है।
सूत्रों ने बताया कि इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रशासनिक अधिकारी भी बैठक कर रहे हैं जिसके बाद वे लालू, राबड़ी और उनके समर्थकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने को लेकर निर्णय करेंगे। (भाषा)