नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक रॉबर्ट एफ. फरगोट का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उनकी खोज ने कामोत्तेजक दवा वियाग्रा को ईजाद करने में मदद पहुँचाई थी। द न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक उनकी पुत्री सुसान फरगोट ने उनके निधन की पुष्टि की है।
फरगोट ने नाइट्रिक ऑक्साइड पर काम किया था, जिसने हृदयवाहिका संबंधी शोध में नए द्वार खोले। फरगोट और अन्य लोगों के अध्ययन में यह पाया गया कि हृदयवाहिका संबंधी प्रक्रिया में रक्तचाप और रक्त प्रवाह के बीच नाइट्रिक ऑक्साइड एक माध्यम का काम करता है। उन्हें 1998 में मेडिसिन के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आगे चलकर फाइजर इंक नाम की कंपनी ने नाइट्रिक ऑक्साइड के बारे में हुए नए खुलासे का इस्तेमाल वियाग्रा दवा को ईजाद करने में किया।