मुंबई का किशोर न्यूयॉर्क के बैले स्कूल में

मंगलवार, 27 जून 2017 (16:42 IST)
मुंबई । मुंबई की झोपड़पट्टी से एक 15 वर्षीय किशोर अमीरुद्दीन शाह को पढाई के लिए अमेरिका के प्रसिद्ध अमेरिकी बैले थिएटर, जैकलीन केनेडी ओनासिस स्कूल, में प्रवेश दिया गया है। मुंबई के स्लम्स मेरे रहने वाले एक वेल्डर का बेटे ने इतनी ऊंची छलांग लगाई है और उस स्कूल में पहुंच गया जहां न्यू यॉर्क सिटी बैले में अपनी प्रस्तुतियां देगा।
 
शाह ने कहा कि 'उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि वे एक दिन बैले डांसर बन सकते हैं। इसलिए उसने छह वर्ष की उम्र से अपना रुझान बैले डांसिंग से संगीत की ओर बदल लिया था। उसका यह भी कहना था कि वह 'भारत दुनिया के बैले मैप पर कहीं नहीं है लेकिन मैं देश को बैले की और अधिक उंचाइयां तक पहुंचाना चाहता था।
 
तीन वर्ष की उम्र से भी कम थी जब उसे इस उम्र पर पहले इसराइली अमेरिकी इंस्ट्रक्टर, येहुदा माओर, ने उसे भारत की डांसवर्क्स अकादमी में शिक्षा देने का मौका मिला। हालांकि वह कम संवेदनशील छात्रों की तरह से जानता था कि भारत में डांस वर्क में काम के ‍लिए स्कोप की बहुत कम संभावना थी।
 
कार्टव्हील्स और बैकफिलप्स को डांसवर्क के सीखने के बाद शाह को इस बात का भी अहसास हुआ कि वहां कोई डांसवर्क्स अकादमी नहीं थी जहां वह समकालीन डांस का काम सीखकर बैले सीखता था। यहां उन छात्रों के लिए कुछ भी सीखने को नहीं था। उसका कहना था कि इससे पहले उन्हें वह फ्रीस्टाइल तरीके से नाचता था।
 
कभी-कभी उसे शादियों में नाचने के लिए बुलाया था और कभ‍ी-कभी अपने दोस्तों के साथ भी नाचने  लगते थे। लेकिन माओर को उसके शरीर को देखकर निष्कर्ष निकाला कि वह बैले के लिए बहुत उपयोगी है। करीब ढाई वर्ष के दौरान कई तरीकों से ट्रेनिंग लेकर उसने ऐसा अद्‍ुभत प्रदर्शन किया कि  उन मूव्स को सीखा जोकि लोगों को आज तक सुना नहीं था।
 
बाद में, उसके शिक्षक ने कहा कि ' मुझे चट्‍टानों के बीच एक हीरा मिल गया और इस बात को स्वीकार किया कि अब वह चुनौतियां का सामने करने के लिए तैयार था। बहुत सारी चीजें उसके कोच ने खरीद कर दीं लेकिन उसको समय पर अमेरिकी वीजा नहीं मिला। लेकिन अब यह स्थान पाकर उसने तय कर लिया है कि वह चार वर्ष तक के खर्च के लिए पैसे जुटा रहा है। और उसे उम्मीद है कि एक दिन वह न्यू यॉर्क के अमेरिकन बैले थिएटर में न्यू यार्क का प्रमुख डांसर बनेगा।

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