भारतीय अमेरिकी को लूट के बाद मार डाला

शुक्रवार, 19 मई 2017 (14:46 IST)
न्यूजर्सी। यहां रहने वाले एक दम्पति पर आरोप है कि उन्होंने एक भारतीय अमेरिकी को लूटा और उनकी हत्या कर दी। इस घटना में मृत‍ तृपल पटेल यहां के ब्रिक, न्यूजर्सी के रहने वाले थे। पिछली फरवरी में पटेल की हत्या करने के बाद उनका शव एक पार्क में छोड़ गए थे।
 
इस मामले में मनमाउथ काउंटी के लोक अभियोजक क्रिस्टोफर ग्रामिसियानी की रिपोर्ट को एशबरी पार्क प्रेस में छापा गया था। विदित हो कि ओशियन टाउनशिप में रहने वाले 29 वर्षीय जोसेफ विलानी ने और उनकी गर्लफ्रेंड राशेल गारजू, टिंटन फाल्स पर 15 मई को कोर्ट में तेरह आरोप लगाए थे। दोनों ने पटेल की हत्या करके फरवरी के अंतिम दिनों में उनका शव एक पार्क में छोड़ दिया गया था। इक्कीस वर्षीय विलानी को पिछली फरवरी में गिरफ्‍तार किया गया था। 
 
कोर्ट ने दोनों पर फर्स्ट डिग्री मर्डर, डकैती और अन्य कई धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। पर सोलह मई को कोर्ट में हाजिर होने वाली गारजू की ओर से पेश वकील ने सभी आरोपों से इनकार किया था। रिपोर्ट के अनुसार जज ने कम्युनिटी कॉलेज की छात्र गारजू को अगली सुनवाई तक (26 मई तक) हिरासत में रखने का आदेश भी दिया है।
 
कहा जाता है कि अपनी मौत से करीब नौ माह पहले पटेल को एक संगीत समारोह के दौरान अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस का कहना है कि तब उसके पास से दो किलो गांजा और अवैध मादक दवाएं बरामद की गई थीं। पुलिस को उसके पास से 61 हजार डॉलर की नकद राशि भी मिली थी। ब्रिक में रहने वाले पटेल को 9 फरवरी को गायब बताया गया था। पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि ठीक उसी दिन पटेल की जगुआर कार को लावारिस हाल में पाया गया था।
           
रिपोर्ट में कहा गया है कि 22 फरवरी को पटेल का शव एक नीले रंग के कंबल में लिपटा पाया गया था। बाद में, पुलिस के जासूसों ने पता लगा लिया था कि पटेल की हत्या विलानी के घर में हुई थी। पुलिस का कहना है कि वह अक्सर कहता था कि पटेल को वह कई बार लूटना चाहता है क्योंकि उसके पास पैसा ही पैसा था। दोषी ठहराए जाने पर विलानी को आजीवन कैद की सजा हो सकती है। उसे किसी तरह का पैरोल नहीं दिया जाएगा, जबकि गारजू को आजीवन कारावास या पैरोल के साथ तीस वर्ष की सजा सुनाई जा सकती है।
 

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