अखिल कुमार का बीजिंग में परीकथा जैसा सफर आज क्वार्टर फाइनल में शिकस्त के साथ ही थम गया और इसके साथ ही मुक्केबाजी में भारत के लिए पहला पदक जीतने का उनका सपना भी टूट गया।
दर्शक दीर्घा में इवांडर होलीफील्ड की मौजूदगी भी भारतीय मुक्केबाज को प्रेरित नहीं कर सकी जो 54 किग्रा वर्ग के क्वार्टर फाइनल में मोल्दोवा के गोजान वीसेस्लाव से 3-10 से हार गए।
अखिल के बाहर होने के बाद भारत की पदक की उम्मीदें जितेंदर (51 किग्रा) और विजेंदर (75 किग्रा) पर टिकी हैं। ये दोनों बुधवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए रिंग में उतरेंगे।
अखिल ने शुरू में ही विरोधी मुक्केबाज पर हमला बोल दिया लेकिन वह वीसेस्लाव के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे और मोल्दोवा के मुक्केबाज को जीतने से नहीं रोक सके।
भारतीय मुक्केबाज को शुरू में कुछ पंचों पर अंक नहीं मिले और मोल्दोवा के मुक्केबाज ने एक बार बढ़त बनाने के बाद फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
वीसेस्लाव ने अखिल को मुक्का जड़कर पहला अंक बटोरा, लेकिन भारतीय मुक्केबाज ने भी एक अंक जुटाते हुए पहले दौर के बाद स्कोर। .। से बराबर कर दिया। दूसरे दौर के बाद दोनों मुक्केबाज 2-2 अंक से बराबर थे।
तीसरे राउंड में अखिल 2-6 से पिछड़ रहे थे। इस राउंड में अखिल एक भी अंक अर्जित नहीं कर सके। चौथे राउंड में अखिल के पंच नहीं चले और गोजान वेसेस्लाव का रक्षात्मक रवैया भारतीय मुक्केबाज पर भारी पड़ा।
चौथे राउंड में गोजान वेसेस्लाव ने चार अंक बटोरे जबकि अखिल केवल 1 अंक ही लेने में सफल रहे। इस तरह चार राउंड के इस मुकाबले में गोजान वेसेस्लाव ने 10-3 अंकों से जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में प्रवेश किया।