भारत के मुक्केबाज अखिलकुमार इतिहास बनाने से एक कदम दूर हैं, इसलिए वे सोमवार को बीजिंग ओलिम्पिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में कोई भी गलती कर अपने पहले ओलिम्पिक पदक से चूकना नहीं चाहते।
पिछले राउंड में अखिल ने विश्व चैम्पियन को शिकस्त दी थी, जिससे कल मोल्दोवा के वेसलाव गोजाँ के खिलाफ होने वाली क्वार्टर फाइनल बाउट उनके लिए आसान हो सकती है, लेकिन वह विपक्षी खिलाड़ी को हल्के से लेने से इनकार करते हैं और उन्होंने कहा कि ऐसा करना खिलाड़ी के लिए नुकसानदायी भी साबित हो सकता है।
अखिल 54 किग्रा बैंथमवेट में ओलिम्पिक पदक से केवल एक जीत दूर हैं। उन्होंने बताया आप अपने प्रतिद्वंद्वी को हल्के से नहीं ले सकते। उसी तरह आप उनकी लोकप्रियता से भी चितिंत नहीं हो सकते।
उन्होंने कहा कई महान खिलाड़ी इसी के कारण पिछड़ जाते हैं। रूस के विश्व चैम्पियन सरगेई वोदोपयानोव ने भी यही गलती की और मुझे हल्के से लिया। इसलिए देखो कि कौन क्वार्टर फाइनल में पहुँचने में सफल रहा।
हरियाणा के इस मुक्केबाज ने कहा यह किसी अन्य भी खेल के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। मैं यह सोचकर रिंग में नहीं उतरूँगा कि मैं उसे आसानी से हरा दूँगा।