दिग्गज पहलवान सुशील कुमार के लंदन ओलिंपिक में रजत पदक के साथ लगातार दूसरी बार ओलम्पिक पदक जीतकर इतिहास रचने पर भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव राजसिंह ने कहा कि यह पदक देश और कुश्ती के लिए महत्वपूर्ण होगा।
राजसिंह ने कहा कि वह दिन चले गए, जब भारतीय पहलवानों में विदेशों के पहलवानों का खौफ हुआ करता था। अब विदेशी पहलवानों में सुशील का खौफ बढ़ेगा और अब देश में कुश्ती और तरक्की करेगी।
उन्होंने कहा कि मुकाबलों से पहले आज विशेष योजना बनाई गई थी जिसमें सुशील को लगातार आक्रामक रहने के लिए कहा गया था और आखिरकार यही रणनीति इतिहास रचने में मददगार साबित हुई हालांकि वह स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए।
राजसिंह ने कहा कि उन्हें खिताबी मुकाबले में सुशील से स्वर्ण पदक की पूरी उम्मीद थी जो देश और कुश्ती के लिए बहुत जरूरी है। भारत के पांच पहलवानों ने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था, जिन्होंने दो पदक जीते। सुशील के रजत के अलावा योगेश्वर दत्त ने कांस्य पदक जीता। भारत ने लंदन ओलिंपिक में दो रजत और चार कांस्य पदक जीते। (भाषा)