स्वर्ण नहीं जीत पाने का मैरीकॉम को अफसोस

PTI
लंदन ओलिंपिक में महिला मुक्केबाजी में 51 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की एमसी मैरीकॉम ने कहा कि उन्हें इन खेलों में देश के लिए स्वर्ण या रजत पदक नहीं जीत पाने का बहुत अफसोस है। मैरीकॉम ने सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिए कांस्य पदक पहले ही पक्का कर लिया था लेकिन वह सेमीफाइनल में ब्रिटेन की निकोला एडम्स से चार राउंड में 6-11 से पराजित हो गई।

मैरीकॉम ने अपने मुकाबले के बाद कहा मुझे वाकई बहुत अफसोस है कि मैं देश के लिए सोना नहीं जीत पाई। मणिपुर की मैरीकॉम ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की तारीफ करते हुए कहा वह अपने दो राउंड में मुझसे बेहतर साबित हुई।

मैरीकॉम के गृहराज्य में उनके मुकाबले को लेकर बेहद उत्साह था। उनके परिवार के लोग और मित्र मैरीकॉम की हार के बावजूद कतई हताश नहीं थे और उन्होंने कहा कि उन्हें मैरी के कांस्य पदक जीतने पर भी खुशी है।

मैरीकॉम के पिता अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे। बड़े भावुक शब्दों में उन्होंने अपने आंसू थामते हुए कहा कि जो कुछ हुआ वह ठीक है। हालांकि उन्हें थोड़ा का अफसोस है कि उनकी बेटी फाइनल में नहीं जा सकी लेकिन उन्हें कांस्य पदक से भी पूरी संतुष्टि है।

मैरी की जीत के लिए पूरे राज्य में प्रार्थनाएं की गई थीं और सुबह से ही लोग सड़कों पर मैरी की तस्वीरें लिए घूम रहे थे। मणिपुर के मुख्यमंत्री इबोबी सिंह ने भी मैरी की सफलता के लिए प्रार्थनाएं की थीं।

मैरी का मुकाबला राज्य के लिए एक उत्सव बन गया था। मैरी हार गई लेकिन उनकी कांस्य पदक की कामयाबी से भी उनके गृह राज्य के लोग खुश हैं कि उनकी लाड़ली बेटी ने ओलिं‍पिक में उनका नाम रौशन किया। (वार्ता)

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