वर्षपर्यंत चलने वाले उत्सवों और धार्मिक अनुष्ठानों को हिन्दू धर्म का प्राण माना जाता है और हिन्दू समाज के लोग इन व्रत और त्योहारों को बेहद श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाते हैं। इसलिए जरूरी है कि इन व्रतों और अनुष्ठानों का सही समय, दिन, तारीख और मुहूर्त आपको पता हो।
1 दिसंबर, शुक्रवार : प्रदोष व्रत, भरणी दीपम।
2 दिसंबर, शनिवार : पिशाचमोचन श्राद्ध, शिव चतुर्दशी व्रत।