आज मंगला गौरी व्रत, पढ़ें मंगला गौरी माता की आरती, मंत्र और 5 शुभ उपाय
भक्तों के मन में श्रावण का नाम सुनते खुशहाली की लहर दौड़ती है, क्योंकि यह पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित माना गया है। यह उनका प्रिय माह भी है। इस श्रावण में हर तरफ भोलेनाथ के जयकारे सुनाई पड़ते हैं तथा मंगला गौरी व्रत के दिन महिलाएं अखंड सौभाग्यवती की कामना से यह व्रत करती हैं। श्रावण में सोमवार के व्रत का जितना महत्व होता है उतना ही महत्व मंगलवार के व्रत का भी है। यहां पढ़ें खास जानकारी....
जय मंगला गौरी माता (आरती)
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता ब्रह्मा सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
सिंह को वाहन साजे कुंडल है, साथा देव वधु जहं गावत नृत्य करता था।
जय मंगला गौरी माता, जय मंगला गौरी माता।।
सतयुग शील सुसुन्दर नाम सटी कहलाता हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता।
- कुंडली में यदि मंगल दोष हो तो मंगलवार के दिन मंगला गौरी के साथ हनुमान जी के चरणों से सिंदूर लेकर माथे पर टीका लगाएं। विवाह योग्य जातक इस दिन मिट्टी का खाली पात्र बहते जल में प्रवाहित करें।
- मंगल की शुभता के लिए मंगलवार के दिन संबंधी, रिश्तेदारों को मिठाई खिलाएं।
- मंगलवार के दिन 1 लाल वस्त्र में 2 मुट्ठी मसूर की दाल बांधकर भिखारी को दान करें।
- विवाह योग्य कन्याएं मंगल दोष से परेशान हो तो गीता के 18वें अध्याय के 9वां श्लोक, गौरी पूजा करें तथा सुंदरकांड का पाठ करें।
- श्रावण में या मंगला गौरी व्रत के दिन श्री मंगला गौरी मंत्र- 'ॐ गौरीशंकराय नमः' का जितना ज्यादा हो सकें जाप करें।