Dharwad Lok Sabha Seat: कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने धारवाड़ लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा करने वाले फकीरेश्वर मठ के लिंगायत संत फकीरा दिंगलेश्वर स्वामी को पार्टी का समर्थन दिए जाने की संभावना से बुधवार को इंकार नहीं किया। यदि संत को कांग्रेस का समर्थन मिलता है तो निश्चित ही मोदी के मंत्री जोशी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
संत का जोशी पर आरोप : राज्य के उपमुख्यमंत्री शिवकुमार से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। दिंगलेश्वर स्वामी ने ब्राह्मण समुदाय के सदस्य जोशी पर निशाना साधते हुए उन पर वीरशैव-लिंगायत व अन्य समुदायों को 'दबाने' और सत्ता में बने रहने के लिए लिंगायत 'मठों' का दुरुपयोग करने एवं उन्हें बदनाम करने का आरोप लगाया था। शिवकुमार ने कहा कि पार्टी ने पहले ही धारवाड़ सीट के लिए अपने उम्मीदवार विनोद आसुति की घोषणा कर दी है और वह मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से बात करेंगे।
यदि संत ने पहले कहा होता तो... : शिवकुमार ने कांग्रेस की ओर से संत को परोक्ष समर्थन दिए जाने के बारे में पूछने पर कहा कि कुछ भी परोक्ष नहीं है, अगर हम (संत को समर्थन देना) चाहेंगे तो हम प्रत्यक्ष रूप से ऐसा करेंगे। यह अलग मामला है। हम अपने उम्मीदवार का नाम तय कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने (संत) ने पहले कहा होता तो यह अलग बात होती, अब एक प्रस्ताव है। हम युवा कांग्रेस के विनोद (विनोद आसुति) को टिकट दे चुके हैं और वह काम में जुट गए हैं।
उन्होंने कहा कि हम संत का सम्मान करते हैं, क्योंकि वह धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण के साथ काम कर रहे हैं। हमारा उम्मीदवार अच्छा है। मुख्यमंत्री और मैं इस पर चर्चा करेंगे।
क्या है धारवाड़ सीट का इतिहास : धारवाड़ लोकसभा सीट 2009 में अस्तित्व में आई है, इसके पहले यह धारवाड़ उत्तर के नाम से अस्तित्व में थी। पिछले तीन चुनावों में भाजपा के प्रल्हाद जोशी ही चुनाव जीतते आ रहे हैं। पिछला चुनाव उन्होंने 2 लाख 5 हजार से ज्यादा वोटों से जीता था। लोकसभा चुनाव से पहले हुए विधानसभा चुनाव में धारवाड़ संसदीय क्षेत्र की 8 में से 4-4 सीटों पर कब्जा किया है। ऐेसे में कोई आश्चर्य नहीं कि प्रभावशाली लिंगायत समुदाय के संत जोशी का गणित बिगाड़ सकते हैं। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited By: Vrijendra Singh Jhala