Prayagraj Mahakumbh : प्रयागराज महाकुंभ 2025 में इस बार डिजिटल युग के साथ कदम मिलाकर परंपरा और तकनीक का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है। इस ऐतिहासिक मेले में पहली बार व्यापक स्तर पर डिजिटल तकनीक का प्रयोग किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और सुरक्षित अनुभव प्रदान किया जा रहा है।
गूगल मैप्स और GIS नेविगेशन के जरिए पूरे मेला क्षेत्र की ट्रैकिंग की जा रही है, जिससे किसी भी स्थान की सटीक जानकारी प्राप्त करना पहले से कहीं अधिक सरल हो गया है। इस बार का विशेष आकर्षण है हाइटेक डिजिटल खोया-पाया केंद्र, जो आधुनिक तकनीक से लैस है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए मेला क्षेत्र में अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) संचालित कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे न केवल निगरानी करते हैं, बल्कि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत पता लगाकर आवश्यक कदम उठाने में सक्षम हैं।
इस बार का विशेष आकर्षण है हाइटेक डिजिटल खोया-पाया केंद्र, जो आधुनिक तकनीक से लैस है। यह केंद्र तेजी से लोगों को उनके परिजनों से जोड़ने में मदद कर रहा है, यहां तक कि बच्चों और बुजुर्गों को ढूंढने में भी यह बेहद प्रभावी साबित हो रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सूचना केंद्र, मोबाइल एप्लिकेशन और लाइव अपडेट जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, जो मेले की हर गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रदान करती हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से निश्चिंत होकर महाकुंभ का आनंद लेने का आग्रह किया है और भरोसा दिलाया है कि हरसंभव उपाय किए गए हैं ताकि उनका अनुभव दिव्य और भव्य के साथ सुरक्षित और सुविधाजनक भी हो।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 न केवल आध्यात्मिक महत्व का केंद्र बना हुआ है, बल्कि तकनीकी नवाचारों के कारण एक नया मील का पत्थर स्थापित कर रहा है। यह महाकुंभ परंपरा, आधुनिकता और प्रबंधन का आदर्श उदाहरण है।