कांग्रेस के लोगों ने पाप किया है, हमारी भावनाओं को कुचला है।
पीएम मोदी ने कहा कि 1965 के युद्ध में भारत की सेना लाहौर में झंडा फहराने की ताकत के साथ आगे बढ़ रही थी। अगर तब थोड़ा दो कदम आगे जाते तो गुरुनानक देव जी की तपोभूमि हमारे पास होती। दूसरा मौका भी वो चूक गए।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश की लड़ाई में 90,000 पाकिस्तान के सैनिकों ने हिंदुस्तान की सेना के सामने घुटने टेक दिए। तब दिल्ली में बैठी सरकार में दम होता तो कह देते कि ये सैनिक तुम्हें तब मिलेंगे, जब हमें गुरुनानक देव जी की तपोभूमि वापस मिलेगी। तीन-तीन मौके उन्होंने गंवाए।
उन्होंने कहा कि हम पंजाब को पंजाबियत की नज़र से देखते हैं, हमारे विरोधी पंजाब को सियासत के चश्मे से देखते हैं। इसलिए, हमें करतारपुर साहिब कॉरिडॉर के विकास का सौभाग्य मिला।
कांग्रेस ने पंजाब और देश की शान के खिलाफ क्या-क्या कृत्य नहीं किए, इसी पठानकोट पर जब पाकिस्तानी आतंकियों ने हमला किया था तब देश उस संवेदनशील मौके पर एकजुट था। लेकिन कांग्रेस पार्टी के नेता क्या कर रहे थे?