मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा को लिखे एक पत्र में चन्नी ने कहा है कि अनुसूचित जाति समुदाय के कुछ प्रतिनिधियों द्वारा उनके यह संज्ञान में लाया गया है, जो राज्य की आबादी का लगभग 32 प्रतिशत हैं, कि गुरु रविदास जयंती 16 फरवरी को पड़ रही है।
चन्नी ने लिखा कि इस अवसर पर राज्य से बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के श्रद्धालुओं (करीब 20 लाख) के 10 से 16 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश के बनारस जाने की संभावना है। उन्होंने 13 जनवरी को लिखे पत्र में कहा कि ऐसी स्थिति में इस समुदाय के कई लोग राज्य विधानसभा के लिए वोट नहीं डाल पाएंगे, जबकि यह उनका संवैधानिक अधिकार है।