राज्य में विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन यहां पार्टी मुख्यालय में शाह ने कहा, 'हम एक रचनात्मक, एक सकारात्मक एजेंडे को पूरे चुनाव में लेकर गए हैं और मुझे पूरा भरोसा है कि हम राजस्थान में निश्चित रूप से पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं।'
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से 2019 में अब से बड़े बहुमत के साथ मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार भारत में बनेगी, यह निश्चित है।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने अपने परंपरागत तीन मुद्दों पर चुनाव लड़ने का प्रयास किया। जातिवाद के मुद्दों को उभारने का प्रयास किया, परिवारवाद के आधार पर चुनाव लड़ने का प्रयास किया और तुष्टिकरण की नीति को भी आगे बढ़ाने का प्रयास किया। वहीं हमने राजस्थान का भविष्य, राजस्थान का विकास और गरीबों का कल्याण .... इन तीन मुद्दों पर विकास को आगे ले जाने का प्रयास किया है। मुझे लगता है कि हमारे मुद्दों को उसी जनता ने स्वीकारा है जो कांग्रेस के तीनों मुद्दों को नकार चुकी है।'
शाह ने कहा, हमने पूरे प्रचार में विकास की राजनीति को मुख्य मुद्दा बनाया है और उसको एक अच्छा जनप्रतिसाद लोगों की ओर से मिला है। कांग्रेस की स्थिति नेता तय कर पाने तक भी नहीं पहुंची है। हर जिले में एक-एक व्यक्ति अपने आप को मुख्यमंत्री बताकर जनता के वोट बटोरने का काम कर रहा है। लेकिन जनता जानती है कि कांग्रेस में न नेता है, न नीति है न सिद्धांत है। कांग्रेस ने यहां जाति व धर्म की राजनीति को भी आगे बढ़ाया।