जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा है कि निर्वाचन विभाग का जयपुर जिले में 1 लाख से अधिक मतदाताओं के एक से अधिक जगहों पर नाम होना स्वीकार करना कांग्रेस के इस बारे में किए गए दावे को सही साबित करता है।
पायलट ने जयपुर जिले में लगभग 1 लाख 12 हजार मतदाताओं के डुप्लीकेट नाम होने की स्वीकारोक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि इस स्वीकारोक्ति से कांग्रेस द्वारा निर्वाचन आयोग को दिए गए लगभग 43 लाख डुप्लीकेट मतदाताओं के होने के तथ्यात्मक प्रतिवेदन पर मोहर लग गई है।
उन्होंने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि हर 10 में से 1 मतदाता जयपुर जिले में डुप्लीकेट है। इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं के 2-3 स्थानों पर पंजीकृत होना निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के लिए चुनौती खड़ा करता है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रणाली में घटक होने के नाते कांग्रेस पार्टी ने भारत निर्वाचन आयोग के समक्ष राजस्थान प्रदेश को लेकर डुप्लीकेट मतदाताओं के तथ्यात्मक आंकड़े पेश किए थे जिसमें राज्य में 200 विधानसभाओं के हिसाब से मतदाताओं के अनेक स्थानों पर पंजीकृत होने पर मतदाता सूचियों के पुनरीक्षण कर उन्हें दुरुस्त करने की मांग की थी।
उन्होंने कहा कि जयपुर जिले में जब इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम संशय में हैं तो इससे आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश के अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी कितने मतदाता डुप्लीकेट होंगे?
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की विश्व में बड़ी साख है, ऐसे में निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता एवं प्रतिष्ठा कायम रहे इसलिए आवश्यक है कि मतदाता सूचियों को चुनाव पूर्व दुरुस्त कर वास्तविक मतदाताओं की सूची अद्यतन की जानी चाहिए।