Ram navami and mahanavami : चैत्र माह की नवमी को रामनवमी कहा जाता है। इस दौरान नवरात्रि भी रहती है तो इसे दुर्गा नवमी और महानवमी भी कहा जाता है। इस बार 17 अप्रैल बुधवार के दिन रामनवमी रहेगी। पूरे देश में इसे धूमधाम से मनाया जाएगा और साथ ही में नवमी पर नवरात्रि की नौवीं माता सिद्धिदात्री की पूजा भी होगी। दोनों ही हिंदू सनातन धर्म के खास त्योहार है। आओ जानते हैं दोनों में क्या है अंतर।
1. चैत्र शुक्ल नवमी पर श्री राम का जन्म हुआ था इसलिए इसे रामनवमी के रूप में मनाया जाता है, जबकि इसी दिन महानवमी नवरात्रि के नौ दिनों के अंत में मनाई जाती है जो देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है।
2. रामनवमी पर दिन के मध्य में श्रीराम की पूजा होती है, रामलीला और भजन संध्या जैसे विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम होते हैं जबकि महानवमी पर मां दुर्गा की नौवीं शक्ति सिद्धितात्री पूजा की जाती है
3. रामनवमी के दिन श्री राम मंदिर में और पूजा आरती के बाद पंजरी प्रसाद बांटा जाता है जबकि इसी दिन नवरात्रि के व्रत का पारण करके कन्याओं को भोजन कराया जाता है।
4. महानवमी के पर माता का हवन करके पूजा का समापन करते हैं और जवारे का विसर्जन करते हैं। रामनवमी के उत्सव में यह सब नहीं किया जाता है।
5. रामनवमी के उपलक्ष में रामचरित-मानस पाठ, राम रक्षा स्त्रोत, राम चालीसा, मूल रामायण या राम गीता का पाठ किया जाता है जबकि महानवमी पर दुर्गा सप्तशती का पाठ, चंडी पाठ या दुर्गा चालीसा का पाठ करते हैं।