Eksloki Ramayana : वाल्मीकि कृत रामायण में लगभग 24,000 श्लोक हैं। इससे छोटी रामायण में 10 श्लोक हैं जो मूल रामायण के नाम से प्रसिद्ध है। इसके बाद एकश्लोकी रामायण रामायण भी है यानी कि मात्र एक श्लोक में ही संपूर्ण रामायण पाठ पढ़ने का पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इस श्लोक या मंत्र को जपने से श्रीराम और हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी है।