अस्पताल कर्मचारी ने महिला को फेंका बाहर

गुरुवार, 21 अगस्त 2014 (18:10 IST)
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बारासात (पश्चिम बंगाल)। उत्तरी 24 परगना जिले के जगतदल में एक सरकारी अस्पताल की एम्बुलेंस चालक द्वारा सड़क के किनारे फेंक दी गई 45 वर्षीय महिला की एक अन्य अस्पताल में मौत हो गई। एम्बुलेंस चालक उसी अस्पताल में काम करता था जिसमें यह महिला इलाज के लिए पहले भर्ती थी।

बैरकपुर आयुक्तालय के उप आयुक्त (गुप्तचर विभाग) सी. सुधाकर ने कहा कि घरेलू नौकरानी के रूप में काम करने वाली बानी शर्मा को एलर्जी से जुड़ी समस्याएं होने के बाद 10 अगस्त को बैरकपुर स्थित बीएन बोस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उन्होंने कहा कि अस्पताल के एक एम्बुलेंस चालक ने अगली रात उसे जगतदल स्थित उसके घर के पास सड़क किनारे पर फेंक दिया था।

जब उसके दृष्टिबाधित पति को वह अगले दिन नहीं मिली तो उसने अस्पताल के अधिकारियों को शिकायत की। उसे वॉर्ड मास्टर ने बताया वह लापता है और पुलिस को एक डायरी मिली है।

जैसे ही खबर फैली, 11 अगस्त को शहर को उत्तरी उपनगरों से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग को बाधित कर दिया गया। स्थानीय पुलिस की ओर से जांच का आश्वासन मिलने के बाद यह जाम हटाया गया।

मामले की जांच में पाया गया कि जगतदल में सड़क पर पड़ी इस महिला को लोगों ने भातपारा सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया था।

सुधाकर ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य महिला के पास होकर आईं और उनके हस्तक्षेप के बाद महिला को बेहतर इलाज के लिए बैली व्यू नर्सिंग होम एंड क्लीनिक में भर्ती किया गया। बुधवार रात उस महिला की वहां मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि अस्पताल अधीक्षक मृदुल घोष को इस घटना के संदर्भ में 15 अगस्त को निलंबित कर दिया गया था। (भाषा)

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