छेड़छाड़ के सभी आरोपियों को जमानत

शुक्रवार, 4 जनवरी 2008 (22:36 IST)
महानगर के उपनगरीय जुहू इलाके में दो अप्रवासी महिलाओं के साथ भीड़ द्वारा की गई छेड़छाड़ के मामले में गिरफ्तार किए गए 14 संदिग्धों को यहाँ की स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को जमानत दे दी। संदिग्धों को न्यायिक हिरासत में भेजने के कुछ ही घंटे बाद जमानत दे दी गई।

नए वर्ष के दिन जुहू इलाके में करीब 50 लोगों की भीड़ द्वारा की गई छेड़छाड़ के मामले में 14 आरोपियों को कल रात गिरफ्तार किया गया था। उन सभी को आज मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट माधव बोंदरे की अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश किया गया।

आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान मजिस्ट्रेट ने 10 हजार रुपए की जमानत पर सभी 14 आरोपियों को जमानत दे दी। इससे पहले उन्हें 18 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।

इस बीच मामले को संवेदनशील मानते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री आरआर पाटिल ने आज कहा कि उनकी सरकार मामले की शीघ्र सुनवाई के लिए त्वरित अदालत के गठन की अनुमति देने का उच्च न्यायालय से अनुरोध करेगी।

सभी आरोपियों पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, गलत तरीके से एकत्रित होना, दंगा करना, दूसरे को नुकसान पहुँचाना और गलत तरीके से रोकने को आरोप लगाया गया है।

गिरफ्तार 14 लोगों में 13 को मिली सूचना के आधार पर उपनगरीय विले पारले से गिरफ्तार किया गया था जबकि एक अन्य ने पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया था।

इन लोगों को एक व्यक्ति द्वारा मीडिया में आई घटना की तस्वीरों के आधार पर दी गई सूचना के बाद गिरफ्तार किया गया। समर्पण करने वाला व्यक्ति उपनगर कांदीवली का रहने वाला है तथा उसने एक स्थानीय टेबलायड में अपनी तस्वीर देखने के बाद समर्पण किया।

प्रसाद ने बताया हालाँकि छायाचित्रों में जो व्यक्ति प्रमुखता से दिख रहा है वह इन 14 लोगों में शामिल नहीं है। उन्होंने साथ ही बताया कि यह पता लगाने के लिए जाँच जारी है कि क्या घटना में कोई और समूह शामिल था। इस संबंध में आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।

उन्होंने बताया इनमें से किसी ने भी छेड़छाड़ करने की बात स्वीकार नहीं की है और कुछ का तो यह भी दावा है कि भीड़ ने उन्हें महिलाओं के ऊपर धकेल दिया था। गिरफ्तार किए गए सभी 14 लोग वयस्क हैं तथा आठवीं या नौंवी कक्षा तक पढ़े हैं। इनमें से कुछ बेरोजगार हैं तो कुछ छोटी-मोटी नौकरियाँ कर रहे हैं। इनमें से सबसे बड़े व्यक्ति की उम्र 27 साल है।

प्रसाद ने बताया कि 13 आरोपियों ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर अपनी इमारत में पार्टी की, जहाँ उन्होंने शराब पी और होटल के समीप टहलने चले गए। आरोपियों ने कहा है कि उनके समूह के किसी व्यक्ति से महिलाओं की कहा-सुनी हुई और उसके बाद उनमें से चार लोग महिलाओं की ओर बढ़े।

इन सभी को स्थानीय अदालत के समक्ष पेश किए जाने की संभावना है, जहाँ पुलिस उन्हें हिरासत में सौंपे जाने की अपील करेगी। प्रसाद ने बताया कि मामले को मजबूत बनाने के लिए आरोपियों की एक शिनाख्त परेड भी कराई जाएगी। इसके साथ ही पुलिस आरोपियों को घेरने के लिए परिस्थितिजन्य सबूतों तथा घटना के गवाह रहे फोटोग्राफरों एवं अन्य गवाहों के बयानों पर भी गौर करेगी।

उन्होंने बताया कि घटना की तस्वीरें खींचने वाले फोटो जर्नलिस्टों, यातायात पुलिस के एसीपी तथा महिलाओं को बचाने में मदद करने वाला कांस्टेबल भी शिनाख्त परेड़ में भाग लेंगे।

प्रसाद ने कहा पीड़ितों ने अभी तक शिकायत दर्ज कराने पर सहमति नहीं जताई है लेकिन हम उनसे अपील करेंगे कि वे ऐसा करें ताकि जिन्होंने भी उनके साथ अन्याय किया है उन्हें सजा दी जा सके। हमें यह काम दस जनवरी से पहले करना होगा क्योंकि उस दिन इन लोगों को विदेश रवाना होना है।

मुंबई की पीड़िता ने बयाँ किया दु:स्वप्न

वेबदुनिया पर पढ़ें