मंदिर के अधिकारी सुधाकर शास्त्री ने बताया, ‘महर्षि द्वारा भेंट की गई एक रुपए की गड्डी मंदिर के खजाने में चली गई। महर्षि ने खुद के हस्ताक्षर युक्त सप्रेम भेंट लिखा एक रुपए के नोट की एक प्रति श्रीनाथ मंदिर को और एक मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष तिलकायत गोस्वामी राकेश को भेंट की।’