नक्सलियों के उद्यान में तिरंगा लहराएगा

सोमवार, 24 जनवरी 2011 (14:41 IST)
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के नक्सलियों के कब्जे वाले इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में स्थित के एक गाँव में आजादी के बाद पहली बार 26 जनवरी को तिरंगा लहराएगा।

इस राष्ट्रीय उद्यान के 25 से 30 गाँवों के स्कूलों में प्रतिवर्ष नक्सलियों द्वारा काला झंडा फहरा कर गणतंत्र दिवस का विरोध किया जाता रहा है। इसके चलते वन विभाग के कर्मचारी वन्य प्राणियों की गणना भी नहीं कर पाते हैं।

सूत्रों के अनुसार उद्यान परिसर के एक गाँव के स्व सहायता समूह के लोगों ने जगह-जगह तिरंगा झंडा फहराने का निर्णय लिया है। उद्यान में बसे कुएनार, एडमनार, सेंडरा सहित गाँवों के स्व सहायता समूहों के लगभग 200 सदस्यों द्वारा तिरंगा झंडा फहराने का निर्णय लिया गया है।

इस इलाके के ग्राम प्रमुख बुधराम ने बताया कि नक्सली दशहत के चलते स्कूल सहित अन्य क्षेत्रों में चोरी-छिपे तिंरगा झंडा फहराया जाता रहा है। बाद उसे उतार कर नक्सलियों द्वारा काला झंडा टांग दिया जाता रहा। उसने बताया कि इस बार विभिन्न गाँवों में गठित स्व सहायता समूह तिरंगा झण्डा फहराएँगे।

वन विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि नक्सली दशहत के चलते उद्यान में पिछले दो वर्षो से जानवरों की गणना नहीं हो पाई क्योंकि यह पूरा इलाका नक्सलियों के कब्जे में है। उन्होंने बताया कि इस इलाके में पूर्व में बाघ और वन भैंसे पाए जाते थे लेकिन पिछले सात वर्षों से इस उद्यान में ना बाघ दिख रहे हैं ना ही वन भैंसे।

इस बार यहाँ की बस्तियों में बसे नक्सलियों के इस क्षेत्र के आदिवासी अपनी जान जोखिम में डालकर नक्सलियों के मंसूबों को कामयाब होने नहीं देंगे क्योंकि तिंरगा फहराना इस बात को दर्शाता है कि अब आदिवासी भी दशहत में जीना नहीं चाहते। (वार्ता)

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