हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर संगोष्ठी

शुक्रवार, 30 मई 2014 (17:56 IST)
लखनऊ। हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर उप्र जर्नलिस्ट्स एसोशिएसन के दारूलशफा स्थित प्रदेश कार्यालय में लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोशिएसन द्वारा वर्तमान में हिन्दी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पत्रकारों ने अपने विचार प्रकट किए।

एलजेए के अध्यक्ष अरविन्द शुक्ला ने वर्तमान में पत्रकारिता एवं पत्रकारों के समक्ष चुनौतियों पर चर्चा की। हिन्दी पत्रकारिता के उदय के बाद से आज तक हिन्दी पत्रकारिता ने आधुनिक तकनीकी के प्रयोग से विश्व पटल पर हिन्दी को प्रतिष्ठित करने में विभिन्न पत्रकारों के योगदान पर भी चर्चा की और कहा कि वर्तमान में हिन्दी पत्रकारिता ने अपनी भाषा गढ़ने का अनूठा काम किया है। उन्होंने पत्रकारिता में ‘पेड न्यूज’ के बढ़ते चलन पर भी चिंता जताई।

एलजेए के महासचिव केके वर्मा ने हिन्दी पत्रकारों को आधुनिक तकनीकी कम्प्यूटर, इंटरनेट और सोशल मीडिया से जुड़नें की सलाह दी। वरिष्ठ पत्रकार मुकेश श्रीवास्तव ने कहा कि आज हिन्दी पत्रकारों की स्थिति अंग्रेजी के पत्रकारों से कहीं कम नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार रोहिताश्व मिश्र ने संस्कारजनित हिन्दी पत्रकारिता की परंपरा पर जोर दिया।

उपजा के प्रदेश मंत्री सुनील टी. त्रिवेदी ने 30 मई 1826 को प्रकाशित प्रथम हिन्दी समाचार पत्र उदंत मार्तण्ड के प्रकाशन के इतिहास से आज तक के समाचार पत्रों के विकास की गाथा पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर लखनऊ के मंत्री अनिल अग्रवाल, अनुराग त्रिपाठी, महेन्द्र तिवारी, विकास श्रीवास्तव, महेन्द्र अवस्थी, रीता पांडेय, सुशील कुमार ‘जिद्दू’, रमेशचन्द्र त्रिपाठी सहित अनेक पदाधिकारी एवं श्रोतागण उपस्थित थे।

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