उन्होंने बताया कि म्यांमार सेना के जवान जिन्हें 'तातमादाव' भी कहा जाता है, वे शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उनके शिविरों पर अराकान सेना के लड़ाकों द्वारा कब्जा किए जाने के बाद अपने हथियारों के साथ भागकर लॉन्गतलाई जिले के तुईसेंतलांग में असम राइफल्स के पास पहुंचे।
अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से भारतीय सीमा के करीब के इलाकों में म्यांमार सेना और अराकान सेना के लड़ाकों के बीच भारी गोलीबारी हो रही थी। मिजोरम में शुक्रवार को आने वाले म्यांमार सेना के कुछ जवान गंभीर रूप से घायल थे और उन्हें असम राइफल्स ने प्राथमिक उपचार दिया। ये जवान म्यांमार सीमा के पास लॉन्गतलाई जिले के पर्व में असम राइफल्स की देखरेख में हैं। अधिकारी के अनुसार भारत के विदेश मंत्रालय और म्यांमार की सैन्य सरकार के बीच बातचीत जारी है और सैनिकों को जल्द ही उनके देश वापस भेज दिया जाएगा।(भाषा)