पुलिस ने सोमवार रात को भवन पर हमला करने के लिए भीड़ को उकसाने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस के 2 नेताओं की धरपकड़ के लिए तलाश शुरू कर दी है। हमला उस वक्त हुआ, जब मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा अचिक कॉन्शियस होलिस्टिकली इंटीग्रेटेड क्रिमा (एसीएचआईके) और गारो हिल्स स्टेट मूवमेंट कमेटी (जीएचएसएमसी) के नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे, जो तुरा को पूर्वोत्तर राज्य की शीतकालीन राजधानी बनाने की अपनी मांग पर दबाव डाल रहे थे। हमले के बाद आगजनी और तोड़फोड़ की गई। हालांकि घटना में भवन के अंदर मौजूद मुख्यमंत्री सुरक्षित रहे।
मुख्यमंत्री ने घायल पुलिसकर्मियों के लिए 50-50 हजार रुपए की राहत की घोषणा की है। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और वे फिलहाल खतरे से बाहर हैं। पुलिस ने कहा कि शीतकालीन राजधानी की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारियों में काफी संख्या में बाहरी लोग भी शामिल हो गए जिन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यालय पर पत्थर फेंके जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिला उपायुक्त जगदीश चेलानी ने घटना के बाद सोमवार रात को तुरा शहर में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया और जिला प्रशासन कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हालात के मद्देनजर तुरा नगरपालिका क्षेत्र में शिक्षण संस्थानों को एहतियात के तौर पर बंद करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि दुकानें खुली रहीं और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही देखी गई।(भाषा)