अधिकारियों ने बताया कि सेना की 22-आरआर, पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम इस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। यह मुठभेड़ सोपोर के हर्दशिवा इलाके में हो रही है। अधिकारियों के मुताबिक अभी भी 2 से 3 आतंकियों के छुपे होने की शंका है जिनसे समाचार भिजवाए जाने तक मुठभेड़ जारी थी।
इलाके में मोबाइल तथा इंटरनेट सेवाओं को स्थगित कर दिया गया था तथा पत्थरबाजों को मुठभेड़स्थल तक पहुंचने से रोकने की खातिर अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को रवाना किया गया था। आतंकियों के सफाए से सीमापार बैठे आतंकी सरगना बौखलाए हुए हैं। इसी बौखलाहट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की ओर से सुरक्षाबलों को निशाना बनाए जाने की साजिश रची जा रही है।
घाटी में खात्मे की कगार पर पहुंच चुके आतंकी संगठन आईईडी हमले करने की फिराक में हैं। इस बात की जानकारी 2 ही दिन पहले बडगाम में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने दी। उन्होंने कहा कि इनपुट मिला है कि आतंकी संगठन सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आईईडी विस्फोट कर सकते हैं और हमारे जवान पूरी तरह से सतर्क हैं।
सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को घुसपैठ कराने की फिराक में है। वह इन आतंकियों को नौशेरा, राजोरी, पुंछ, कुपवाड़ा और केरन सेक्टर से घुसपैठ कराना चाहता है। लेकिन हमारे जवान सतर्क हैं। सुरक्षाबलों के बीच बेहतरीन समन्वय है।