संपर्क करने पर एक अधिकारी ने कहा कि रातभर चले अभियान पर नई सूचना की प्रतीक्षा है। इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा कि लापता लोगों के जीवित होने की उम्मीद अब कम हो रही है। पी305 बजरा पर सवार 261 कर्मियों में से अब तक 186 को बचाया जा चुका है। वाराप्रदा में सवार 13 लोगों में से 2 को बचा लिया गया है। मुंबई पुलिस ने कहा है कि वह इस बात की जांच करेगी कि चक्रवात 'ताउते' की चेतावनी के बावजूद बजरा अशांत क्षेत्र में क्यों रुका रहा? पुलिस ने बजरे पर सवार कर्मियों की मौत के मामले में भी दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज किया है। (भाषा)